साल 2022 का दूसरा चन्द्रग्रहण 8 नवम्बर को लगने जा रहा है , भारत में दिखाई देने वाला होने के कारण यह चन्द्रग्रहण भारतवासियों के लिए बहुत मायने रखता है , शाम 4 बजकर 25 मिनट पर चन्द्र उदय होने के 1 घंटे पहले ही यह ग्रहण लग चुका होगा और 6 बजकर 20 मिनट पर यह चन्द्रग्रहण समाप्त होगा , सूतक काल ग्रहण काल के 10 घंटे पूर्व से ही शुरू हो जाता है, यह चन्द्रग्रहण भारत के अलावा अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में भी लगेगा |
भारत में चन्द्रग्रहण शुरू होने का समय
08 नवम्बर 2022, 04:25 Pm से 06:20 Pm तक
कुछ प्रमुख शहरो में चन्द्रग्रहण लगने का समय
शहर | कब से शुरू |
दिल्ली | 05:28 PM |
अमृतसर | 05:32 PM |
जयपुर | 05:37 PM |
मुंबई | 06:01 PM |
लुधियाना | 05:34 PM |
शिमला | 05:20 PM |
कोलकाता | 04:52 PM |
ग्रहण किस राशी और नक्षत्र में लगेगा
यह ग्रहण मेष राशी और भरणी नक्षत्र मे लगेगा , मेष राशी के स्वामी मंगल इस दिन वक्री होकर तीसरे भाव में रहेंगे , इसके अलावा राहू और चन्द्र की युति रहेगी , सूर्य – केतु – शुक्र और बुध की युति सप्तम भाव में रहेगी |
गुरु ब्रहस्पति अपनी मीन राशी में रहेंगे और शनि देव भी अपनी मकर राशी में विराजमान होंगे |
भारत में चन्द्र ग्रहण और कहाँ – कहाँ दिखयी देगा
भारत के अधिकांश हिस्सों में चन्द्र ग्रहण आंशिक रूप से दिखाई देगा , लेकिन कुछ हिस्सों में यह ग्रहण पूर्ण रूप से देखा जा सकेगा , ग्रहण की शुरुआत 08 नवम्बर को चन्द्र उदय के साथ ही हो जाएगी |
सबसे पहले कहाँ दिखेगा चन्द्रग्रहण
भारत में 08 नवम्बर को चंद्रोदय होने के साथ ही चन्द्र ग्रहण पूर्वोत्तर दिशा में सबसे पहले देखने को मिलेगा , हमारे भारत देश के प्रशिद्द प्रदेश अरुणाचल प्रदेश में चन्द्र ग्रहण दिखाई देगा |
आंशिक चन्द्रग्रहण कहाँ दिखाई देगा
पूर्वोत्तर क्षेत्रो को छोड़ कर भारत के अधिकांश राज्यों में हमे चन्द्रग्रहण आंशिक रूप से देखने को मिलेगा |
भारत के अलावा चन्द्रग्रहण की स्तिथि
भारत के अलावा यह चन्द्रग्रहण ऑस्ट्रेलिया , हिन्द महासागर, प्रशांत महासागर , एशिया , उत्तरी पूर्वी यूरोप , उत्तरी अमेरिका और दक्षिणी अमेरिका के अधिकांश हिस्सों में देखने को मिलेगा ,
यह ग्रहण दक्षिण पशिचिमी यूरोप और अफ्रीका में दिखाई नहीं देगा|
सूतक कब लगेगा
ज्योतिष गणना के अनुसार चन्द्र ग्रहण शरू होने के 9 घंटे पहले सूतक लगता है , इस समय को धार्मिक द्रष्टि से शुभ नहीं माना जाता , इस समय पूजा – पाठ और कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता, सूतक काल सुबह 6 बजकर 37 मिनट से आरंभ हो जायेगा और ग्रहण समाप्त होने तक यानि 06:20 PM तक रहेगा |
चन्द्रग्रहण में क्या करे और क्या न करे
कार्तिक पूर्णिमा 08 नवम्बर 2022 को साल के दूसरे और आखिरी चन्द्रग्रहण में सूतक काल मान्य होगा जिसका असर मानव जीवन को प्रभावित करेगा , इस दौरान धार्मिक कार्य पूर्णतया निषिद्ध है , मंदिरों के कपाट बंद हो जाते है इस समय न तो खाना खाया जाता है और न ही पकाया जाता है , ग्रहण के दौरान मंत्रो का जाप करना ही शुभ माना जाता है |
ग्रहण के बाद गंगाजल से स्नान करना चाहिए तथा दान करना चाहिए और उसके बाद अपने पूरे घर में गंगा जल को छिड़क कर शुद्ध करना चाहिए |
चन्द्रग्रहण में क्या करे
- सूतक काल लगने से पहले खाने पीने की चीजो में तुलसी के पत्ते डालने चाहिए |
- ग्रहण काल के दौरान अपने अपने इष्ट देव का ध्यान करना चाहिए और मंत्र जाप करना चाहिए|
- ग्रहण के दौरान इसके बुरे प्रभावों को कम करने के लिए चन्द्रदेव से जुड़े मंत्रो का जाप करना चाहिए |
मन्त्र –
- ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:।,
- ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:।,
- ॐ श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नम: |
- ग्रहण समाप्ति पर पूरे घर में गंगा जल छिडके|
चन्द्रग्रहण में क्या न करे
- चंद्रग्रहण के समय में कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए और ना ही देवी देवताओं की पूजा करनी चाहिए |
- चंद्रग्रहण के दौरान भोजन नहीं बनाना चाहिए और नहीं कुछ खाना पीना चाहिए |
- चंद्रग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को ग्रहण नहीं देखना चाहिए और नहीं घर से बाहर निकलना चाहिए यह उनके और उनके बच्चे की सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है|
- चंद्रग्रहण के दौरान तुलसी समेत अन्य पूजनीय पेड़ पौधों को नहीं छूना चाहिए|
- चंद्रग्रहण के दौरान सोना नहीं चाहिए और नहीं संभोग करना चाहिए|
गर्भवती महिलाओं को क्या सावधानी रखनी चाहिए
सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुसार गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान घर से बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए और जहां तक हो सके ग्रहण नए देखें और नहीं ग्रहण की छाया में आए यदि वे ऐसा करते हैं तो इससे उनके नवजात शिशु पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना बढ़ जाती है इस समय राहु और केतु ग्रहों के बुरे प्रभाव के बढ़ने के कारण यह परेशानी हो सकती है यदि आप चाहते हैं कि बच्चे की जन्म कुंडली में कोई ग्रह संबंधी दोष न आए तो कृपया इसका विशेष ध्यान रखें |
- ग्रहण के दौरान बाहर न जाएं |
- ग्रहण के दौरान सूर्य अथवा चंद्र को नहीं देखें|
- ग्रहण शुरू होने से पहले स्नान करें यदि ऐसा नहीं कर पा रहे तो ग्रहण के बाद अवश्य करें, स्नान मौसम के अनुसार कर सकते हैं यदि सर्दियां है तो उसमें थोड़ा गुनगुने पानी का प्रयोग कर सकते हैं |
- ग्रहण में फल सब्जी को न काटे और न ही किसी नुकीली चीज का प्रयोग करे |
- जहां तक हो सके गर्भवती महिलाओं को इस दौरान सोने से बचना चाहिए कृपया सोए नहीं|
चंद्र ग्रहण का राशियों पर प्रभाव
मेष:- साल का आखिरी चंद्रग्रहण आपकी राशि में लग रहा है जिसके कारण आपको अशुभ और हानि पहुंचाने वाला होगा कृपया सतर्क रहें|
वृष:- इस चंद्रग्रहण का आपको अशुभ प्रभाव दिखाई देगा धन की हानि हो सकती है तथा अधिक मेहनत भी करनी पड़ सकती है|
मिथुन:- मिथुन राशि के लिए यह चंद्रग्रहण शुभ प्रभाव लेकर आएगा जिसके कारण आपको अपने कार्य क्षेत्र में अच्छी उन्नति देखने को मिल सकती है अतः चंद्रग्रहण आपके लिए अच्छा रह सकता है|
कर्क:- आपके द्वारा की गई सभी मेहनत सफल होगी तथा आपको अपने कार्य में सफलता है प्राप्त होंगी रहता है यह चंद्रग्रहण आपके लिए शुभ परिणाम लेकर आ रहा है|
सिंह:- यदि आप नौकरी कर रहे हैं तो आपके आपको अच्छे पद की प्राप्ति हो सकती है या उससे सम्बंधित कोई शुभ समाचार मिल सकता है|
कन्या:- कन्या राशि के जातकों को इस चंद्रग्रहण के कारण कष्ट सहने पड़ सकते हैं अतः यह चंद्रग्रहण उनके जीवन पर कुछ नकारात्मक प्रभाव लेकर आ रहा है कृपया सतर्क रहें |
तुला:- यह चंद्रग्रहण आपके लिए परेशानी लेकर आ सकता है धन की हानि होने के संकेत हैं तथा बने बनाए कार्य बिगड़ सकते हैं कृपया संभल कर चलें|
वृश्चिक:- यह चंद्रग्रहण आपके लिए सामान्य रहेगा लेकिन अगर आप अपना धैर्य नहीं बना कर रखेंगे तो यह आपको नुकसान दे सकता है कृपया सावधानी बरतें|
धनु:- यह चंद्रग्रहण आपको सेहत संबंधित समस्याओं से दो चार करवा सकता है कृपया अपने सेहत का विशेष ध्यान रखें|
मकर:-इस चंद्रग्रहण के कारण आपको धन हानि की संभावना हो सकती है यदि कोई मुकदमा चल रहा है तो उसमें हार का सामना भी करना पड़ सकता है|
कुंभ:- यह चंद्रग्रहण आपके लिए अच्छा समय लेकर आ रहा है इस राशि के जातकों को लाभ और सौभाग्य की वृद्धि हो सकती है|
मीन:- यह चंद्रग्रहण आपको नुकसान होने के संकेत दे रहे है अपने आर्थिक और शारीरिक कार्य को थोड़ा संभल कर करें नुकसान होने की संभावना है|
Conclusion | सारांश
चंद्रग्रहण और सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है जिसका वैज्ञानिक और अध्यात्मिक प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है और यह घटना हजारो सालो से चलती ही आ रही है अतः हमे इससे सिखने की आवश्यकता है न की डरने हमे अपने कार्यो में दिन प्रतिदिन सुधार करने की आवश्यकता है | हर दिन कुछ नया सीखे जीवन के प्रति सकारात्मक रहे , जो सावधानिया बताई गयी है उनका पालन करे , स्वयं में विश्वास रखे की हर ग्रहण के बाद एक विशाल और चमकदार उजाला आपका इन्तजार कर रहा है अतः ग्रहण से भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है |चंद्रग्रहण को नग्न आँखों से देखा जा सकता है|